ग्रेटर नोएडा : नवनियुक्त पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने संभाला चार्ज
नोएडा में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद आज ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर स्थित जिला पुलिस मुख्यालय पहुंचकर नवनियुक्त पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह पदभार ग्रहण कर लिया। तेज-तर्रार छवि वाले आईपीएस अधिकारी आलोक सिंह नोएडा के पहले पुलिस कमिनश्नर बन गए हैं। कमिश्नर बनाए जाने से पहले वह अपर पुलिस महानिदेशक/पुलिस महानिरीक्षक मेरठ परिक्षेत्र के पद पर तैनात थे।
जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बीते दिनों राज्य की पुलिसिंग व्यवस्था के लिहाज से एक अहम फैसला लेते हुए लखनऊ और नोएडा में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू करने के प्रस्ताव को हरी झंडी दी थी।
लखनऊ और नोएडा में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू
योगी सरकार के मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पिछले 50 वर्षों से कानून व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण और स्मार्ट पुलिसिंग की मांग हो रही थी। राजनीतिक इच्छा शक्ति के अभाव के कारण इतने वर्षों तक यह कार्य नहीं हो पाया। समयबद्ध कार्रवाई ना हो पाने के कारण न्यायालय हमेशा पुलिस को कटघरे में खड़ा करता था। पुलिस विभाग में सुधार का सबसे बड़ा कदम हमारी सरकार ने उठाया है।
योगी ने बताया कि लखनऊ शहर के अंतर्गत पुलिस कमिश्नर प्रणाली में 40 थाने आएंगे। इसमें एडीजी स्तर का अधिकारी पुलिस आयुक्त के रूप में काम करेगा। इसके साथ ही आईजी रेंज के दो ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर होंगे। एक लॉ एंड आर्डर और एक क्राइम की दृष्टि से होंगे। इसके अलावा एसपी रैंक के 9 अधिकारी तैनात होंगे।
उन्होंने कहा कि महिला विरोधी अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए एक एसपी रैंक की महिला अधिकारी और एक एडिशनल एसपी रैंक की महिला अधिकारी की विशेष तैनाती दी जा रही है। उन्होंने कहा कि यातायात की दृष्टि से एक पुलिस अधीक्षक और एक अपर पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी तैनात किए जा रहे हैं। निर्भया फंड के अंतर्गत सीसीटीवी कैमरे और ट्रैफिक लाइट आदि की व्यवस्था की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि नोएडा में इस प्रणाली के तहत एडीजी स्तर के अधिकारी को पुलिस आयुक्त के तौर पर तैनात किया जा रहा है। उनके साथ डीआईजी रैंक के दो एडिशनल पुलिस कमिश्नर होंगे। इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक स्तर के पांच अधिकारियों की भी यहां तैनाती होगी।
दो नए थाने भी बनाए जा रहे
उन्होंने कहा कि महिला विरोधी अपराधों पर अंकुश लगाने और विवेचना के लिए एक महिला पुलिस अधीक्षक की तैनाती की जाएगी। वहीं यातायात को सुदृढ़ करने के लिए एक पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी को तैनात किया जाएगा। इस प्रणाली के अंतर्गत जनपद में दो नए थाने भी बनाए जा रहे हैं।
पुलिस कमिश्नर सिस्टम की व्यवस्था प्रदेश में पहली बार लागू की जा रही है। नवीन व्यवस्था में शामिल शहरों का शान्ति व कानून व्यवस्था, अपराध नियंत्रण, महिला अपराध नियंत्रण व यातायात प्रबन्धन आदि पर प्रत्येक छह माह में समीक्षा एवं नवीन व्यवस्था का मूल्यांकन किया जाएगा।